ITR भरते समय क्‍या आप भी देते हैं ये भ्रामक जानकारियां, Income Tax आयकर विभाग की आप पर है नज़र

ITR भरते समय क्‍या आप भी देते हैं ये भ्रामक जानकारियां, Income Tax आयकर विभाग की आप पर है नज़र

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ITR आईटीआर यानी इंकट टैक्‍स रिटर्न जमा कराने वालों के लिए यह बहुत काम की खबर है। आमतौर पर लोग टैक्‍स पर छूट पाने के लिए आईटीआर भरते समय गलत जानकारियां दे देते हैं। कई बार फेक डोनेशन की आड़ का सहारा लेकर टैक्‍स में रिबेट पाने की कोशिश करते हैं। ऐसा करने वाले लोग अक्‍सर बच्‍चों की स्‍टडी की नकली रसीदें, किराये के फर्जी कागज, बिल, लोन के कागजात एवं इन्‍वेस्‍टमेंट के जाली दस्‍तावेज आदि का इस्‍तेमाल करते हैं। लेकिन वे नहीं जानते कि वे आयकर विभाग की नजरों में हैं और इस तरह गलत जानकारी देना उन्‍हें महंगा पड़ सकता है। उनके खिलाफ कार्यवाही भी हो सकती है। वित्‍त मंत्रालय ने कहा है कि टैक्‍स चुकाने वालों को अच्‍छी सुविधा देने की दिशा में सरकार काम कर रही है लेकिन आईटीआर की जांच में चुने गए रिर्टन में से कुल मामलों का प्रतिशत घट गया है। ऐसे में आयकर विभाग फेक आईटीआर जमा कराने वालों को नोटिस देता है। यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि आईटीआर दाखिल करते समय आपको किन बातों का ध्‍यान रखना चाहिये और कौन सी गलतियां करने से बचना चाहिये।

इन काम की बातों का ना करें नज़र अंदाज

– आयकर विभाग ने कई ITR फार्म तय किए हैं जो गलत आईटीआर फाइलिंग से जुड़े हैं। आपको अपनी इंकम के सोर्स के आधार पर सावधानी से अपना आईटीआर चुनना होता है। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो आयकर विभाग इसे खारिज कर देगा और आपको कहा जाएगा कि आप आयकर एक्‍ट के तहत रिवाइज रिटर्न जमा करें।

– आईटीआर दाखिल करते समय आपको अपने बचत खातों पर जो ब्‍याज मिलता है, उसे दिखाना चाहिये। यह भी आपकी एक आय है। अगर आप इसे प्रदर्शित नहीं करते हैं तो इसे टैक्‍स चोरी ही माना जाएगा। आपके खिलाफ विभागीय कार्यवाही हो सकती है। लेकिन यदि आप ब्‍याज को आईटीआर में दिखाते हैं तो आपको आयकर अधिनियम की धारा 80TTA के तहत ब्‍याज पर 10 हजार रुपए तक की छूट भी मिल सकती है। इसलिए बेहतर है आप अपनी आय को ना छुपाएं।

– अपने बारे में सारी जानकारियां सही प्रकार से दें। इन्‍हें आईटीआर फार्म में सिलसिलेवार भरें। विशेष ध्‍यान दें कि आपके नाम की अंग्रेजी स्‍पैलिंग, पूरा पता, ई-मेल आईडी, संपर्क नंबर जैसी बुनियादी जानकारियों में कोई त्रुटि नहीं होना चाहिये।

– आईटीआर और आधार कार्ड में दी गई जानकारियां समान होना चाहिये, उनमें कोई अंतर नहीं होना चाहिये। आप अपना वही मोबाइल नंबर बताएं जो कि रजिस्‍टर्ड हो, जिस पर विभागीय एसएमएस SMS आते हों।

– यदि आप गलत जानकारी देते हैं तो हो सकता है आपको सरकार की ओर मिलने वाले रिफंड में भी परेशानी आ जाए। गलत जानकारी देने का खामियाजा इस प्रकार चुकाना पड़ सकता है।

आयकर विभाग से नोटिस आए तो यह करें

Income Tax आयकर विभाग से यदि किसी करदाता को जांच का नोटिस आता है तो घबराने की जरूरत नहीं है। आयकर विभाग खुद आपकी मदद करता है। संपर्क रहित आयकर के आकलन की व्‍यवस्‍था से सहायता प्राप्‍त होगी। ऐसे में आपको अपनी आय एवं कर के बारे में जानकारी जुटाने के लिए किसी स्‍थानीय आयकर अधिकारी से निजी तौर पर मिलने की अनिवार्यता नहीं है।

नौकरी बदलने की दशा में ये जानकारी देना होगी

ITR आईटीआर जमा करने समय आपको यह ध्‍यान रखना चाहिये कि यदि आपने किसी वित्‍तीय वर्ष में एक साल के भीतर ही नौकरी छोड़कर कहीं दूसरी जगह नौकरी ज्‍वाइन कर ली है तो जब ITR जमा कराने का समय आएगा तब आपको दोनों कंपिनयों से होने वाली आय का विवरण आईटीआर के फार्म में देना होगा। ऐसे में यह जरूरी है कि आप अपनी पिछली और वर्तमान दोनों कंपनियों से फार्म नंबर 16 जरूर प्राप्‍त करें। फॉर्म नंबर 16 यह सुनिश्चित करता है आपके आयकर रिटर्न में कम से कम समय लगेगा और उसमें होने वाली गलतियां भी कम होंगी।

ITR भरने के बाद वेरिफिकेशन ज़रूरी

अधिकांश लोगों का यह ख्‍याल है कि ITR टैक्‍स का रिटर्न जमा कराने के बाद अब उन्‍हें कुछ नहीं करना है और उनका काम पूरा हो गया है। लेकिन आपका मुख्‍य काम तो अपनी जानकारियों का सत्‍यापन कराना है। इसके लिए आप आयकर विभाग के ई-फाइलिंग पोर्टल पर जाकर अपने आईटीआर को वेरीफाई कर सकते हैं। आप सीपीसी-बेंगलुरु भेजकर भी इसका सत्‍यापन करा सकते हैं।

समय पर आईटीआर जमा ना करने पर यह होगा

जो लोग समय पर किसी भी कारणवश अपना ITR आयकर रिटर्न जमा नहीं करा पाते हैं या जिन्‍हें अभी और अतिरिक्‍त समय की दरकार है, उन्‍हें इस बात का ध्‍यान रखना होगा कि यदि वे समय पर आईटीआर फाइल करते हैं तो वे पेनॉल्‍टी से बच जाएंगे।

वेबसाइट पर दे सकते हैं जवाब

आयकर विभाग का कहना है कि यदि करदाता चाहे तो विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर भी अपना जवाब दे सकता है। इसके लिए विभाग ने कई विशेष टीमों का गठन किया है जो कि देश भर के कई शहरों में कार्यरत है